प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति: डीएम ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ किया निरीक्षण

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प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति: डीएम ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ किया निरीक्षण

बाढ़ की स्थिति

प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण कछारी इलाकों में बसे लोगों के घरों में पानी भर गया है, जिससे लोग अपने घरों की छतों पर आश्रय ले रहे हैं। नवनियुक्त जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादण्ड ने सोमवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए

स्थिति का विवरण

देश के विभिन्न राज्यों में हो रही निरंतर बारिश का प्रभाव अब आस्था की नगरी प्रयागराज में भी महसूस किया जा रहा है। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और किनारे बसे लोगों में हड़कंप मच गया है।

बाढ़ की वजह से समस्याएं

जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण कछारी इलाकों के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। प्रभावित परिवारों ने अपने घरों की छतों पर आश्रय ले रखा है। हालात का जायजा लेने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादण्ड ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

डीएम का बयान

जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत बाढ़ पीड़ितों से संवाद किया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मिलकर क्षेत्र का दौरा किया जा रहा है और बोर्ड्स तथा लाउडस्पीकर के माध्यम से भोजन व अन्य सुविधाओं की जानकारी पहुंचाई जा रही है। आकस्मिक स्थिति के लिए 1070 कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एसडीएम, लेखपालों और ग्राम प्रधानों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। चार बोट्स ग्रामीणों की मदद के लिए लगाए गए हैं और विभिन्न क्षेत्रों से लगातार फीडबैक लिया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।