Scheme for Adolescent Girls (SAG) या किशोरियों के लिए योजना (SAG योजना) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य किशोर उम्र की लड़कियों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और संपूर्ण विकास में सुधार करना है। इस योजना के अंतर्गत विशेष रूप से 11 से 14 वर्ष की ऐसी लड़कियों को लाभ पहुँचाया जाता है, जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है और वे किसी प्रकार की शिक्षा में नामांकित नहीं हैं। आइए इस योजना के मुख्य पहलुओं को समझें।
उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना रजिस्ट्रेशन: मजदूर भत्ता योजना ऑनलाइन फॉर्म
योजना का उद्देश्य
किशोरियों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए SAG योजना का प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- स्वास्थ्य और पोषण में सुधार: इस योजना के तहत लड़कियों को अतिरिक्त पोषण के लिए आहार की सुविधा प्रदान की जाती है। इसके अलावा, उनके स्वास्थ्य की नियमित जाँच और आवश्यक चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है।
- स्वास्थ्य और स्वच्छता शिक्षा: योजना के अंतर्गत किशोरियों को स्वास्थ्य, स्वच्छता, और पोषण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है। उन्हें मासिक धर्म स्वास्थ्य और व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में भी जानकारी दी जाती है।
- आजीविका कौशल प्रशिक्षण: लड़कियों को जीवन कौशल, शिक्षा के प्रति जागरूकता, और आजीविका कौशल प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- स्कूल में पुनः प्रवेश: स्कूल छोड़ चुकी लड़कियों को पुनः शिक्षा में शामिल करने के प्रयास किए जाते हैं, ताकि वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकें।
SAG योजना के लाभ
- अतिरिक्त पोषण: योजना के तहत लाभार्थी लड़कियों को प्रतिदिन 600 कैलोरी ऊर्जा और 18-20 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होता है।
- स्वास्थ्य जाँच: नियमित स्वास्थ्य जाँच और आवश्यक टीकाकरण उपलब्ध कराया जाता है।
- स्वच्छता किट: किशोरियों को व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए स्वच्छता किट भी दी जाती है।
- जीवन कौशल और शिक्षा: लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उन्हें जीवन कौशल, गैर-औपचारिक शिक्षा, और आजीविका कौशल का प्रशिक्षण दिया जाता है।
पात्रता
- आयु सीमा: 11 से 14 वर्ष की लड़कियाँ, जो स्कूल से बाहर हैं।
- योजना का उद्देश्य प्राथमिक रूप से उन लड़कियों को लक्षित करना है जो सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं।
योजना का क्रियान्वयन
SAG योजना का क्रियान्वयन आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायक इन लड़कियों की पहचान करते हैं और उन्हें योजना के तहत सभी सुविधाएं प्रदान करते हैं। इसके अलावा, योजना में स्थानीय समुदाय का भी सहयोग लिया जाता है, ताकि अधिक से अधिक लड़कियों को इसका लाभ मिल सके।
निष्कर्ष
Scheme for Adolescent Girls (SAG) सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो किशोर उम्र की लड़कियों के समग्र विकास को बढ़ावा देती है। यह योजना न केवल पोषण और स्वास्थ्य में सुधार करती है, बल्कि लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए आवश्यक कौशल भी प्रदान करती है। इस योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन उन लड़कियों के लिए भविष्य की संभावनाओं को और भी उज्ज्वल बना सकता है, जो समाज में सशक्त और स्वतंत्र बनना चाहती हैं।