मौलाना सलमान नदवी पर हमले के बिच सनीचर को AIMPLB की नदवे में बैठक, कॉमन सिविल कोड के बारे में भी चर्चा की जाएगी
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। वहीं बीजेपी ने इस घटना की निंदा करते हुए इसके लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की। बताया जा रहा है कि हाल ही में नदवा कॉलेज में सलमान नदवी के एक करीबी शिक्षक का ट्रांसफर भी कर दिया था।
इस्लामिक स्कॉलर सलमान नदवी के साथ लखनऊ में मारपीट का मामला सामने आया है। अयोध्या में राम मंदिर का समर्थन करने वाले सलमान नदवी के साथ कुछ छात्रों द्वारा मारपीट करने की बात कही गई है। सूत्रों के अनुसार, सलमान नदवी दारूल उलूम नदवातुल उलामा कॉलेज की एक मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचे थे। इसी दौरान छात्रों के एक दल ने उनके साथ मारपीट की।
जानकारी के अनुसार, सलमान नदवी यहां एक बोर्ड मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान कॉलेज में मौजूद छात्रों, शिक्षकों और अन्य लोगों के दल ने उनपर हमला किया। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। वहीं बीजेपी ने इस घटना की निंदा करते हुए इसके लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की। बताया जा रहा है कि हाल ही में नदवा कॉलेज में सलमान नदवी के एक करीबी शिक्षक का ट्रांसफर भी कर दिया था और कॉलेज के तमाम लोग राम मंदिर पर नदवी के रुख का विरोध कर रहे थे।
बता दें कि सलमान नदवी ने पूर्व में अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन पर दावा छोड़ने की बात कही थी। सलमान नदवी ने कहा था कि इस्लाम खुद किसी मस्जिद को शिफ्ट करने की अनुमति देता है, ऐसे में मुस्लिम समाज के लोगों को अमन की खातिर जमीन पर दावा छोड़ देना चाहिए और किसी दूसरी जगह पर बड़ी जमीन लेकर समझौता करना चाहिए। एक जमाने में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अहम पद पर रहे नदवी ने साल 2018 में खुद को अयोध्या विवाद के मुद्दे से अलग करते हुए कहा था कि वह अब इस मामले में अदालत के फैसले का इंतजार करेंगे।