What is happening in Gujarat is a national shame

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1937

घृणा का कोई अंत नहीं होता…

एल एस हरदेनिया      
(संयोजक, राष्ट्रीय सेक्युलर मंच) 

इस समय गुजरात में जो हो रहा है वह राष्ट्रीय शर्म की बात है। पर इसके लिए गुजरात का नेतृत्व ही जिम्मेदार है। गुजरात के बहुसंख्यक हिन्दुओं को घृणा करने का प्रशिक्षण दिया गया था। उनकी घृणा के निशाने पर मुसलमान थे। गुजरात में कहा गया‘”हम पांच हमारे पच्चीस‘‘, ”सभी मुसलमान आतंकवादी नहीं हैं परंतु सभी आतंकवादी मुसलमान हैं‘‘ और “जब एक पिल्ला भी गाड़ी के नीचे आ जाता है तो दुःख होता है‘‘। इसी घृणा के सहारे चुनाव जीते गए।

गांधीजी कहा करते थे “मैं अंग्रेजी साम्राज्य से घृणा करता हूं पर अंगे्रजों से नहीं‘‘। उनके इसी महान विचार के कारण अनेक प्रमुख अंग्रेजों ने हमारे आजादी के आंदोलन को समर्थन दिया था। इन महान अंग्रेजों में जार्ज बनार्ड शॉ, बट्रेड रसेल, सीईएम जोष, हैराल्ड लास्की आदि शामिल थे। मीरा बेन ने तो इंग्लैड से भारत आकर जिंदगी भर बापू का साथ दिया।

कृप्या घृणा न फैलाएं। पाकिस्तान में पहले हिन्दुओं, ईसाईयों और सिक्खों को निशाना बनाया गया। जब इनमें से अधिकांश पाकिस्तान से चले गए और उनका अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया तब अहमदियाओं, शियाओं और मुहाजिरों को निशाना बनाया जाने लगा। यही नहीं, उन व्यक्तियों के साथ भी हिंसा की गई जिन्होंने इन समुदायों के साथ की जा रही ज्यादतियों का विरोध किया।

घृणा फैलाने वालों को याद रखना चाहिए घृणा एक प्रवृत्ति, एक मानसिकता है और यह एक समुदाय की दूसरे समुदाय से घृणा से प्रारंभ होती है परंतु धीरे-धीरे यह कैंसर की तरह फैल जाती है और सबको अपना शिकार बनाती है।

इसलिए हमें बदला लेने के के भाव से किसी भी समुदाय के खिलाफ की जाने वाली हर हिंसा का विरोध करना चाहिए और यह सदैव याद रखना चाहिए कि किसी समुदाय के एक व्यक्ति या कुछ व्यक्तियों द्वारा किए गए किसी अपराध का बदला उस समुदाय के निर्दोष लोगों से लेने की प्रवृत्ति पूर्णतः गलत है। किसी भी अपराध के दोषियों को पकड़ने का अधिकार सिर्फ पुलिस को है और सजा देने का न्यायपालिका को।

What is happening in Gujarat is a national shame. But for this a section of Gujarat’s political leadership is responsible. A section of Gujarat’s population developed deep hatred against Muslims. In Gujarat it was repeatedly said that “All Muslims are not terrorists, but all terrorists are Muslims”, “we five and our twenty five” and “one feels sad even if a Puppy is crushed under our Car”. Hatred gave political dividends and was converted into votes.

During freedom struggle Mahatma Gandhi used to say “I hate British empire but not Britishers”. The result was many great Englishmen including George Bernard Shaw, Bertrand Russell, CEM Joad, Harold J Laski etc. supported our freedom struggle. Meera Ben became life long companion of Bapu.

Pakistan’s Muslims hated Hindus, Christians and Sikhs. The result was barring few all of them left Pakistan. Now Muslims are a divided lot. Now Sunnis hate Shias, Ahmedias and Muhazirs.

The lesson is hatred spreads like wild fire. It has wings to cross all barriers. Please stop hating and love one and all- perhaps your rival also.

The tendency to punish entire community for the crime committed by one of its member is bad and unjust. Let the Police catch the culprit and Judiciary punish him. Let us stop acting as Police, prosecution and Judge.  (WWW.SIYASAT.NET)