जमीअत उलेमा-ए-हिंद के पायलट प्रोजेकट जमीअत यूथ क्लब का कार्यक्रम और प्रदर्शन का आयोजन
देवबंद Siyasat.net news desk
यहां देवबंद के फिरदौस गार्डन में मुल्क की बड़ी संस्था जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने अपने पायलट प्रोजेकट जमीअत यूथ क्लब का परिचयात्मक कार्यक्रम और प्रदर्शन का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता मौलाना हसीब सिद्दीकी कोषाध्यक्ष जमीअत उलेमा हिंद ने की। इस मौका पर जमिअत उलेमा हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने युवाओं को जोड़ने के लिए ‘जमीअत यूथ क्लब’ का परिचय पेश किया । साथ ही तीन राज्यों गुजरात, मेवात और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चयनित सौ छात्रों ने अपने अपने कला का भी प्रदर्शन किया मौलाना मदनी ने घोषणा की कि अगले दस वर्षों में सवा सौ करोड़ युवकों जोड़ ने का एलान किया । योजना के अनुसार अगले छह महीनों में दस हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा, जिनका एक सार्वजनिक प्रदर्शन फरवरी 2019 में आयोजित किया जाएगा।
मौलाना मदनी ने इस अवसर पर यूथ क्लब का उद्देश्य भी बताया, उन्होंने कहा कि यह नकारात्मक नहीं बल्कि रचनात्मक काम है, हमारा उद्देश्य ऐसे लोगों को तैयार करना है जो लोगों के रक्षक और सच्चे सेवक बनसकें और जरूरत पड़ने पर खुद की रक्षा कर सकें मौलाना मदनी ने कहा कि आज मिल्लत सबसे आंतरिक संकट से जूझ रहा है, देश के मौजूदा हालात में जिस तरह हर मोर्चे पर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है इससे युवाओं में निराशा, विश्वास का अभाव और खुद की पहचान के गुम होने की भावना पैदा होने लगी है। इसलिए इस समय सबसे बड़ी जरूरत है कि मुसलमानों को इस गंभीर संकट से निकाला जाए और यह तभी संभव है जब मिल्लत का हर व्यक्ति एक दूसरे के सहयोगी बने, इतना मजबूत हो कि कोई बाहरी संकट बाल बँकां न कर सके। उन्होंने ने कहा कि सम्मान पाने का एक सफल तरीका है कि आप लोगों के दिल जीते, अपने अंदर सच्चाई, ईमानदारी, सहानुभूति और दूसरों की मदद जज़्बा पैदा कर सकें । अगर किसी देश में के नोजवानों में यह पैदा हो जाए तो यह उसकी अस्तित्व व पदोन्नति की गारंटी है।
हम पिछले पिछले पाँच वर्षों से युवा में मानसिक व् शारीरक प्रशिक्षण पर काम कर रहे हैं, हमने पांच हजार छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। इसके लिए देश के मान्यता प्राप्त संस्थान भारत स्काउट एंड गाइड का चयन किया है, यह ऐसी संस्था है जो मानव आधारित काम करती है, यह समन्वयक राष्ट्र विधि सीखलता है, ताकि शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर सेवा अंजाम दें सके । मोलाना मदनी ने कहा कि वह सारी चीजें जो इस्लामी शिक्षाओं में मौजूद हैं वे लगभग भारत स्काउट एंड गाइड में भी मौजूद है।
मौलाना मदनी ने जमीअत उलेमा हिंद के ज़िम्मेदारों से कहा कि बिलाजिझक इस काम में लग जाएं, और हमारे पाईलेट परियोजना को सफल बनाये। उन्होंने जमीअत यूथ क्लब के बारे में बताया कि स्कूल कालज और मदरसे के बच्चे भी इसमें शामिल हो सकेंगे।
इस अवसर पर जमीअत उलेमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी सैयद मोहम्मद उस्मान मंसुरपुरी ने कहा कि युवाओं का शारीरिक प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारे अकाबिर विशेषकर हज़रत मौलाना हुसैन अहमद मदनी अंत उम्र तक मगदर चलाते थे, हमारे विद्यार्थी काल में दारुल उलूम देवबंद में एक पहलवान रखा जाता था जो लोगों को शारीरिक व्यायाम करवाया था।उन्होंने ने कहा कि आज की स्थिति में कुछ दल खुलेआम आपतिजनक हथियारों का प्रदर्शन करती हैं, जिनका उद्देश्य दूसरों को डराना होता है। हम भी देश के कानून के दायरे में रहते हुए अपने युवा शक्ति का खुलेआम प्रदर्शन करेंगे?
इस अवसर पर मौलाना अब्दुल कुद्दूस पालनपुरी, गुजरात, मौलाना मोहम्मद तकी करीमी, मेवात और मौलाना मुहम्मद आकिल कैराना ने भी अपनी कारगुजारी प्रस्तुत की। उनके अलावा जो हस्तियां मंच पर विराजमान थीं उनमें मौलाना कलीमुल्लाह फैजाबाद, मौलाना मैराजुद्दीन अहमद, मौलाना मुफ्ती बेंजामिन, मौलाना आकिल गढ़ी दौलत, हाफिज अब्दुल्लाह बनारस आदि के नाम उल्लेखनीय हैं, इस अवसर पर गुजरात, मेवात और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जमीयत उलमा के स्थानीय और राज्यों पदाधिकारी भी मौजूद थे। आज के कार्यक्रम में, कारी अहमद अब्दुल्ला ने एक तराना पेश किया। मौलाना हकीमुद्दीन कासमी और नौशाद अली सिद्दीकी ने संयुक्त रूप से व्यवस्था की। कार्यक्रम की शुरूआत कारी
मुहम्मद अय्यूब की तिलावते कुरान ए पाक से की गई थी। तथा समापन मौलाना कारी सैयद मोहम्मद उस्मान मसूरपुरी के द्वारा दुआ से किया गया।